रांची, झारखण्ड | नवम्बर | 15, 2021 :: भारत में प्रत्येक वर्ष 15 से 21 नवंबर के दौरान राष्ट्रीय नवजात सप्ताह मनाया जाता है। राष्ट्रीय नवजात सप्ताह का शुभारंभ 15 नवंबर को ई-लंचिंग के माध्यम से किया गया। जिला स्तर पर रांची सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र में नवजात शिशु स्वास्थ्य के महत्व को प्राथमिकता के आधार पर सुदृढ़ करना और नवजात शिशुओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों में सुधार करके शिशु मृत्यु दर को कम करना है ।
घर पर कंगारू मदर केयर जारी रखने, नवजात शिशुओ में खतरे के लक्षण को भाप कर ससमय रेफरल कर उसे बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैय्या करवाने और विशेष रूप से स्तनपान कराने पर ज़ोर दिया गया, गर्भवती महिलाओं को खासकर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को डॉक्टरों द्वारा पहचान कर निगरानी के तहत सलाह उपलब्ध करायी जाएगी ।
राष्ट्रीय नवजात शिशु सुरक्षा सप्ताह के उद्देशय के प्रचार प्रसार के लिए यूनिसेफ के सहयोगी संस्था कर्रा सोसइटी फॉर रूरल एक्शन द्वारा जागरूकता रथ चलाया गया, जिसे सदर अस्पताल के प्रांगण से सिविल सर्जन के द्वारा हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया l
जागरूकता रथ रांची के अलग-अलग स्लम वार्डों में घूम कर लोगों को जागरूक करेगी। राष्ट्रीय नवजात शिशु सुरक्षा सप्ताह की गतिविधियों के दौरान कोविड वैक्सीन के दोनों खुराक अवश्य लेने हेतु भी आम जनता से आह्वाहन किया जायेगा ।
इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डाक्टर राघवेन्द्र नारायण शर्मा,उपाधीक्षक डॉ खेतान, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ पंकज, सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला प्रबंधन इकाई के सदस्य,UNICEF की ओर से अन्नपूर्णा देवी- Consultant, नर्सिंग स्टाफ, सहिया और सदर अस्पताल के कर्मचारी उपस्थित हुए l
कार्यक्रम के बाद सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार एवं जिला आर सी एच पदाधिकारी डॉ. शशिभूषण खलखो, द्वारा आम लोगों के लिए जागरूकता वीडियो अपील रिलीज़ किये ।