रांची, झारखण्ड । मई | 08, 2018 :: आज दिनांक 8 मई को आॅड्रे हाउस कला परिसर में रंगमंच, रेडियो और दूरदर्शन के वरिष्ठ कलाकार बाँके बिहारी शर्मा के निधन पर एक श्रद्धान्जलि सभा आयोजित की गई। राँची रंगमंच, आकाशवाणी, दूरदर्शन और फिल्म जगत के कलाकारों ने उनके आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस अवसर पर डाॅ॰ सुशील कुमार अंकन ने उनके व्यक्तित्व और रचनात्मकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। बाँके बिहारी शर्मा जी के साथ काम करने वाले कलाकारों ने भी अपने अपने अनुभव साझा किये। नाटक और उर्दू लेखन के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की गई। तत्पश्चात दो मिनट का सामूहिक मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धान्जलि दी गई। 14 अगस्त 1934 को जन्में बाँके बिहारी शर्मा ने अपनी पूरी जिन्दगी सक्रियता के साथ व्यतीत की। ए.जी. आॅफिस से वे 1992 में ही अवकाश ग्रहण कर चुके थे। विगत कुछ वर्षों से वे बीमार चल रहे थे। अपने पलंग के पास गिर जाने से उनके कुल्हे की हड्डी टूट गई थी और विगत 1 मई को उनका हिनू स्थित अपने आवास पर ही निधन हो गया था। ए.जी. आॅफिस की नाट्य गतिविधियों के साथ दूरदर्शन, आकाशवाणी, रंगमंच तथा फिल्मों में भी उन्होंने काम किया। संस्कार भारती और अभिज्ञान परिषद् नामक सांस्कृतिक संस्था से भी वे जुड़े रहे और कई पूर्णकालिक नाटकों में अभिनय भी किया। आज श्रद्धान्जलि सभा में अपने अपने उद्गार व्यक्त करने वालों में केदारनाथ पांडे, अशोक पागल, विश्वनाथ प्रसाद, नरेश प्रसाद, कीर्तिशंकर वर्मा, डाॅ॰ सुशील कुमार अंकन, सुकुमार मुखर्जी, झरना चक्रवर्ती, रीना सहाय, देवव्रत सेनगुप्ता, डाॅ॰ अनिकेत भारद्वाज, भरत अग्रवाल शामिल थे। इस शोक सभा में राकेश रमण दिनेश कुमार लाल, संजय लाल, अवधेश कुमार, ऋषिकेश लाल, जयदीप सहाय, चन्द्रदेव सिंह सहित ढेर सारे कलाकार मौजूद थे।
