Breaking News Latest News झारखण्ड बिज़नेस

एएआई कारगो लाॅजिस्टिक्स एण्ड एलाइड सर्विसेस कंपनी लिमिटेड (कारगो) व चैंबर के संयुक्त तत्वावधान में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

रांची, झारखण्ड | फरवरी   | 24, 2021 ::  बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट से कारगो का लोड बढे, इस हेतु एएआई कारगो लाॅजिस्टिक्स एण्ड एलाइड सर्विसेस कंपनी लिमिटेड (कारगो) व फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में चैंबर भवन में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
बैठक में पूर्वी क्षेत्र कारगो के संयुक्त महाप्रबंधक राहुल नंदी, बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट के डीजीएम विल्फ्रेड केरकेट्टा के अलावा स्पाइसजेट, एयर एषिया, इंडिगो, गो-एयर, विस्तारा के अलावा अन्य एयरलाइंस कंपनी के कारगो स्टेशन मैनेजर उपस्थित थे।

चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा ने कहा कि एयर कारगो को विस्तारित करने हेतु सिटी इंफाॅर्मेशन सेंटर खोला जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पेरिषेबल गुड्स जैसे फूल, फल, सब्जी जैसी वस्तुएं एयरलाइन की टाइमिंग के बाद वहां पहुचती है तो उसे अगले दिन कारगो से भेजने के लिए कारगो ऑफिस में रखना पडता है। चूकि पेरिसेबल होने के कारण उन वस्तुओं के खराब होने की संभावना होती है। उन वस्तुओं की गुणवत्ता बरकरार रहे इसलिए एयरपोर्ट के पास कोल्ड स्टोरेज की स्थापना होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि झारखण्ड से काफी वस्तुएं निर्यात भी की जाती हैं ऐसे में यदि एयरपोर्ट पर कस्टम क्लियरेंस की व्यवस्था हो जाय, तो एक्सपोर्ट की जानेवाली वस्तुओं को भी यहां से भेजने में सुविधा होगी। उन्होंने यह भी सुझाया कि एयर कारगो को विस्तारित करने हेतु इसमें समय-समय पर होनेवाली सुधारों की समीक्षा के लिए स्थानीय स्तर पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया जाय। कारगो का लोड बढाने में यह कमिटी निर्णायक भूमिका निभा सकती है।

एएआई कारगो लाॅजिस्टिक्स एण्ड एलाइड सर्विसेस कंपनी लिमिटेड (कारगो) के मैनेजर राजकुमार प्रसाद ने यह स्वीकार किया जागरूकता के अभाव में व्यापारी एयर कारगो की सुविधा का उपयोग कम कर रहे हैं। व्यापारी इस सुविधा का अधिकाधिक लाभ लें और यदि इस सेवा को अपग्रेड करने की आवष्यकता हो, हमें अवगत करायें। बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट के डीजीएम विल्फ्रेड केरकेट्टा ने कहा कि टर्मिनल बिल्डिंग कैपेबल है तब क्यों नहीं रांची से इंटरनेशनल स्तर पर कारगो को बढावा दिया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि 28 अप्रैल या मई के प्रथम सप्ताह से फ्लाईट की संख्या बढाई जा रही है। पटना की फ्लाईट शुरू करने के लिए मेरे स्तर से सहमति दे दी गई है।

विवेक भषीम ने अवगत कराया कि रांची से सब्जी, फल, फूल, आटो पार्ट्स, मषीनरी पार्ट्स, रेडीमेड गारमेंट, मेडिकल आईटम, मिठाई, कुरियर सर्विस, हैंडीक्राफ्ट आईटम के अलावा अन्य वस्तुएं भेजी जाती हैं। इससे समय की बचत के साथ ही लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलती हैं। झारखण्ड के सब्जियों की मांग कई राज्यों के साथ ही सिंगापुर, दुबई मे है, ऐसे में यदि किसान अपने उत्पादों को एयर कारगो से भेजने में उपयोग करें तो उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा।

बैठक के दौरान व्यापारियों ने एयर कारगो के रेट्स को कम करने, रांची एयरपोर्ट पर कोल्ड स्टोरेज का निर्माण करने, देवघर से एयर कारगो की सुविधा चालू करने, किसानों के लिए डेडीकेटेड हेल्पलाइन सेंटर बनाने की मांग भी की गई। बैठक के दौरान चैंबर के सीविल एवीयेशन उप समिति चेयरमेन दिनेष प्रसाद साहू व शैलेश अग्रवाल ने संयुक्त रूप से एयर कारगो द्वारा भेजी जानेवाली वस्तुओं में प्रतिबंधित गुड्स का विवरण, बडे कंसाइनमेंट के पैकेजिंग माॅडयूल के अनुसार न्यूनतम व अधिकतम रेट की जानकारी भी मांगी जिसपर बैठक में उपस्थित विभिन्न एयरलाइंस कंपनी के प्रतिनिधियों ने अवगत कराया। श्री साहू ने एयरपोर्ट के डीजीएम से भी अनुरोध किया कि वर्तमान में कारगो टर्मिनल की क्षमता को बढाया जाय ताकि भविष्य में एयर कारगो की अधिकता होने पर किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।

पूर्वी क्षेत्र कारगो के संयुक्त महाप्रबंधक राहुल नंदी ने स्टेकहोल्डर्स की बातों को सुनने के उपरांत कहा कि कारगो को अलग से प्रमोट करने के लिए ही आईक्लास का गठन किया गया है। देश में जहां भी एयरपोर्ट हैं, वहां हमारा कारगो टर्मिनल भी है। उन्होंने यह भी कहा कि देवघर में भी एयर कारगो की सुविधा शुरू किये जाने पर कार्रवाई की जायेगी। झारखण्ड से अंतर्राष्ट्रीय कारगो के लिए यह जरूरी नहीं कि एयरपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय उडानें शुरू हों, यहां सिर्फ कस्टम्स आ जाय तो यही फ्लाइट कारगो कैरी कर सकती हैं। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि भारत सरकार द्वारा आरंभ कृषि उडान योजना जो नाॅर्थ इस्ट व हिमालयन स्टेटस के लिए है, इसे झारखण्ड में भी लाने के लिए झारखण्ड चैंबर को प्रयास करना चाहिए। इस योजना के आरंभ होने से किसानों को फायदा होगा।

रांची एयरपोर्ट के पास कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस की आवष्यकता को देखते हुए श्री नंदी ने झारखण्ड चैंबर से सहयोग मांगा एवं कहा कि यदि एयरपोर्ट के पास की खाली पडी जमीन हमें मिल जाय तो यहां पर कोल्ड स्टोरेज, ई-काॅमर्स वेयरहाउस, एयरलाइंस ऑफिस सहित अन्य का निर्माण संभव है। चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा ने इस दिषा में हरसंभव सहयोग का आष्वासन दिया और इस हेतु स्थानीय सांसद से वार्ता की बात कही।

चैंबर के सीविल एवीयेशन उप समिति चेयरमेन दिनेष प्रसाद साहू व शैलेष अग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि झारखण्ड से अन्य राज्यों में सब्जियों, बागवानी उत्पादों, रेडीमेड गारमेंट, डेयरी प्रोडक्ट, तसर सिल्क, लाह, मोटर पार्ट्स सेक्टर की वस्तुएं देष-विदेष में कारगो द्वारा भेंजी जाती है किंतु जागरूकता के अभाव में व्यापारी इस सुविधा का अधिकाधिक लाभ नहीं ले पा रहे हैं। झारखण्ड में इन सभी सेक्टर्स का व्यापार बढाने, विषेषकर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके, इस हेतु जागरूकता कार्यषाला का आयोजन किया गया जो काफी साकारात्मक रहा।

बैठक में चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा, उपाध्यक्ष किषोर मंत्री, महासचिव राहुल मारू, कोषाध्यक्ष परेष गट्टानी, कार्यकारिणी सदस्य अमित किषोर, संजय अखौरी, अमित शर्मा, आदित्य मल्होत्रा, सोनी मेहता, सीविल एवीयेषन उप समिति चेयरमेन दिनेष प्रसाद साहू, शैलेष अग्रवाल, सदस्य आनंद कोठारी, प्रेम मिततल, रोहित पोद्दार, विकास सिन्हा, राहिर जफर, दीप अग्रवाल, रीषिदेव यादव, कमल अग्रवाल के अलावा काफी व्यापारी व उद्यमी उपस्थित थे।

Leave a Reply