राँची स्थित कश्यप मेमोरियल आई अस्पताल के प्रख्यात नेत्र चिकित्सक डॉ. बी.पी. कश्यप और डॉ. भारती कश्यप अपनी करीब 50 सदस्यीय टीम के साथ अस्पताल से 208 किलोमीटर दूर विश्रामपुर के नावाडीह में कैंप कर 125 गरीब मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर उनकी रौशनी लौटाई।
40 वर्षों से कश्यप परिवार पलामू के गरीब जनता के लिए प्रतिवर्ष मेगा मोतियाबिंद शिविर का आयोजन करता रहा है
पलामू, झारखण्ड । फरवरी | 16, 2018 :: मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिय चयनित मरीजों का देश के प्रख्यात नेत्र चिकित्सक डॉ. भारती कश्यप एवं डॉ. बी. पी. कश्यप के साथ डॉ. प्रीतिश प्रोणय एवं डॉ. सुनील कुमार के द्वारा ऑपरेशन किया गया । कैंप में कुल 125 लोगो का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया एवं उन्हें मुफ्त में दवा भी बाटी गयी। कैंप में किये गए ऑपरेशन के मरीजो की देख रेख के लिए आगले दो दिन तक कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल की एक टीम को सोहरी चंद्रवंशी अस्पताल में रखा गया हैं।
एनएबीएच के क्वालिटी के सर्वोत्तम मापदंडों से सुसज्जित ऑपरेशन थिएटर में किया गया ऑपरेशन
एन.ए.बी.एच के मानकों का पालन करते हुए मोतियाबिंद से पीड़ित गरीब मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन किया गया
कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल को वर्ष 2009 से क्वालिटी की सर्वश्रेष्ठ मान्यता एन.ए.बी.एच सर्टिफिकेशन प्राप्त है । एन.ए.बी.एच मापक को ध्यान में रखते हुए पूर्ण सुरक्षित वातावरण में आई कैंप किया गया ताकि मरीजों को इंफेक्शन नहीं हो और इसके लिए ऑपरेशन थिएटर को एन.ए.बी.एच के नियमों के आधार पर विसंक्रमण रहित बनाया गया। क्वार्टरनरी अमोनियम कंपाउंड के द्वारा फौगिंग कर खास तरह से संक्रमण रहित बनाया गया है। क्वार्टरनरी अमोनियम कंपाउंड विश्व की सबसे आधुनिक विसंक्रमणक हैं।
अंतरराष्ट्रीय कंपनियों एलकॉन,जाईज़ टॉपकॉन एवं अप्पा स्वामी के माइक्रोस्कोप एवं फेको मशीन का इस्तेमाल किया गया। इस कैंप में सभी मरीजों के मोतियाबिंद की सर्जरी अत्याधुनिक फेको पद्धति के द्वारा किया गया।
कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल, रामचंद्र चंद्रवंशी वेलफेयर ट्रस्ट एवं कश्यप मेमोरियल आई बैंक के संयुक्त तत्वधान में 12 फरवरी 2018 को पलामू के दूरदराज़ के इलाके नवाडीह, काला, बिश्रामपुर में स्थित सोहरी चंद्रवंशी हॉस्पिटल में निःशुल्क नेत्र जाँच शिविर का आयोजन किया गया था।
कड़ाके के ठण्ड एवं वर्षात में भी गरीब मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी शिविर में कुल 1122 लोगों के आँखों का की जाँच की गई जिनमे से 352 लोगों में मोतियाबिंद पाया गया। उनमें से 125 लोगों का मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित किया गया। कई मरीजों का ब्लड प्रेशर एवं ब्लड सुगर नियंत्रित नहीं होने के कारण ऑपरेशन के लिए चयन नहीं किया जा सका।
फेको पद्दति द्वारा ऑपरेशन गाँव के मरीजो के लिए वरदान :
फेकू मोतियाबिंद शिविर गांव के मरीजों के लिए जरूरत है क्योंकि गांव में किसान होते हैं दिहाड़ी मजदूर होते हैं उनको ऑपरेशन के बाद जल्द काम पर वापस जाना होता है उनको इस तरह के ऑपरेशन की जरूरत होती है जिसमें ऑपरेशन के बाद कम से कम समय तक दवा चले एवं घाव भी भर जाए क्योंकि वह ज्यादा समय तक घर पर बैठकर आराम नहीं कर सकते हैं।
डॉ. भारती कश्यप ने कहा माननीय स्वास्थ्य मत्री जी के आग्रह पर आज हम पलामू के दूरदराज के इलाके नवाडीह, काला में स्थित सोहारी चंद्रवंशी अस्पताल में लगातार दूसरी बार मेगा आई कैंप कर रहे हैं। पिछले 40 वर्षों से पुस्त दर पुस्त हम पलामू एवं गढ़वा के दूरदराज के इलाकों में काम करते आये हैं। झारखण्ड के सुदूरवर्ती नक्सल प्रवित इलाकों में खास करके सरयू, सारंडा एवं पलामू एक्शन प्लान के गाँव हैं खूंटी, गुमला, साहिबगंज, हजारीबाग, दुमका, राँची के सभी दूरदराज के इलाकों में मेगा आई कैम्प लगा रहे हैं और हजारो लोगों की रौशनी लौटने की जो हमारी मुहीम है उसे आगे बढ़ा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चंद्रवंशी ने कहा की आज बहुत ही स्वर्णिम दिन है आज कश्यप मेमोरियल आई बैंक एवं रामचंद्र चंद्रवंशी वेलफेयर ट्रस्ट के संयुक्त तत्वधान में 125 लोगों का मोतियाबिंद का सर्जरी अत्याधुनिक मशीनों द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने डॉ. भारती कश्यप एवं डॉ. बी.पी. कश्यप की टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया की आगे भी वह इस तरह के शिविरों का आयोजन आगे भी यहाँ निरंतर करते रहेंगें।