झारखण्ड

ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के लिए प्लानिंग कर काम करने की जरूरत : रघुवर दास ( मुख्यमंत्री, झारखण्ड )

• ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के लिए प्लानिंग कर काम करने की जरूरत : रघुवर दास( मुख्यमंत्री

• जो भी योजना बनायें, उसे कड़ाई से लागू भी करायें – मुख्यमंत्री
• जनभागीदारी से हम शहर को स्वच्छ और जाम मुक्त बना सकेंगे- मुख्यमंत्री

राँची, झारखण्ड । नवम्बर | 23, 2017 :: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के लिए प्लानिंग करके काम करने की जरूरत है। जो भी योजना बनायें, उसे कड़ाई से लागू भी करायें। जनभागीदारी अधिक से अधिक करायें, तभी हम शहर को गंदगी मुक्त और जाम मुक्त बना पायेंगे।

दुकानदारों, ऑटो व इ-रिक्शा चालकों के साथ अलग-अलग बैठक करें। सभी को समझायें की यह अपना शहर है, इसे स्वच्छ और जाममुक्त बनाने में उनकी अहम भूमिका है। श्री रघुवर दास झारखंड मंत्रालय में राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था और स्वच्छता को मुद्दे पर बैठक कर रहे थे।

श्री दास ने कहा कि दुकान के बाहर एक भी समान नहीं रखा होना चाहिए। दुकान के बाहर जो समान रखता है, उन्हें पहले चेतावनी दें। फिर भी नहीं माने, तो कानूनी कार्रवाई करें। इसी प्रकार ऑटो व इ-रिक्शा चालकों को बुलाकर समझायें कि जहां-तहां न रोके और लगायें। इसके बाद भी नहीं माने, तो वाहन को सीज कर लें। इसी के समानांतर उस क्षेत्र के पुलिस इंचार्ज और ट्रैफिक पुलिस को जिम्मेवार बनायें। उनके क्षेत्र में सड़क पर दुकान का समान रहे या जहां-तहां वाहन ऑटो-इ-रिक्शा लगें हों, तो उन्हें सीधे बर्खास्त किया जायेगा। जो अच्छा काम करें, उन्हें पुरस्कृत करें। राजधानी के सभी चैक-चैराहों को खाली रखें। वहां न तो ठेले-खोमचे लगें और न ही कोई वाहन रूके। इससे भी ट्रैफिक स्मूथ होगा। किशोरी सिंह यादव चैक, कांटाटोली चैक, लालपुर चैक समेत शहर के सभी प्रमुख चैक-चैराहों पर ऑटो आदि रूकने पर वहां तैनात ट्रैफिककर्मी दोषी होगा। उस पर कड़ी कार्रवाई करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जान बहुत कीमती है। दोपहिया वाहनों की सड़क दुर्घटना में आये दिन बच्चों की मौत की खबर आती रहती है। मौत से पूरा परिवार उजड़ जाता है। बच्चे जोश में बिना हेलमेट तेज वाहन चलाते हैं। कई बार वे अपने साथ दूसरे लोगों को भी चोट पहुंचा देते हैं। दोपहिया वाहनों पर हेलमेट पहनना कड़ाई से लागू करें। रिंग रोड व हाइवे पर भी बिना हेलमेट कोई दोपहिया वाहन न चले। रिंग रोड व हाइवे पर दिन में भी लोग वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलें। सीट बेल्ट भी जरूरी करें। इससे दुर्घटनाओं में मानव जीवन को बचाया जा सकेगा। पुलिसकर्मियों के लिए नियम और कड़ाई से लागू हो। यदि ये बिना हेलमेट वाहन चलायें या कानून तोड़ते हैं, तो उन्हें फाइन करने के साथ साथ कानूनी कार्रवाई भी करें। जो बड़े लोगों को धौंस दिखाये, उनका वाहन नंबर, नाम और मोबाइल नंबर नोट करें। घर पर सीधे चलान भेजें। प्रमुख चैक-चैराहों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिडर (एएनपीआर) सिस्टम लगायें, ताकि कानून तोड़नेवाले का वाहन नंबर खुद से आ जाये। रांची रेलवे स्टेशन रोड़ पर ट्रैफिक कम करने के लिए डोरंडा तरफ से एक सड़क स्टेशन तक जोड़ने का निर्देश दिया। इससे उस क्षेत्र के लोगों को घुम कर स्टेशन नहीं आना पड़ेगा और मुख्य सड़क पर दबाव भी कम होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सफाई के लिए भी दुकानदारों, ठेले-खोमचे वालों को जागरूक करें। दुकानदारों को डस्टबीन लगाने और कुड़ा कचरा उसी में डालने की हिदायत दें। ठेले-खोमचेवालों को भी निश्चित स्थान पर कचरा डालने का निर्देश दें। नहीं माने तो सभी पर कानूनी कार्रवाई करें। मोरहाबादी, कचहरी रोड आदि पर लगनेवाले सब्जी बाजार को भी सड़क से हटाकर दूसरे स्थान पर लगवायें। शहर में ऑटो व इ-रिक्शा पड़ाव के लिए एक सप्ताह में प्लानिंग तैयार कर लाने को कहा।
बैठक में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, रांची के उपायुक्त मनोज कुमार, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि, ट्रैफिक एसपी संजय रंजन समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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