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आने वाले समय झारखंड का है, झारखंड की प्रगति में हम अपनी सहभागिता के लिए तैयार हैं-ओसाका औद्योगिक समुदाय
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बौध्द धर्म की परम्पराएं भारत और जापान को जोड़ने वाली सांस्कृतिक सेतु– रघुवर दास, मुख्यमंत्री, झारखण्ड
ओसाका/जापान । अक्टूबर | 13, 2017 :: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ओसाका, जापान के बिज़नेस और औद्योगिक समुदाय को संबोधित करते हुए झारखंड के विकास में विशेषकर सोशल सेक्टर और कृषि में विशेष सहभागिता के लिए अपील किया
मुख्य मंत्री ने कहा कि भारत और जापान के बीच केवल आर्थिक रिश्ता नहीं बल्कि हमारी जड़े सांस्कृतिक परंपराओं को लेकर गहरी जुड़ी हुई हैं। बौद्ध धर्म की जड़ें आज जापान में हैं तो इसका उत्स भारत में है। जापान हो या भारत पूर्व का दर्शन कर्म पर आधारित है। जापान की संघर्षशीलता और भारत दार्शनिक भावबोध मिलकर विश्व को धम्म का संदेश दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लुक ईस्ट की पॉलिसी और मेक इन इंडिया की नीति अपनाई है। झारखण्ड सरकार भारत के प्रधानमंत्री के सपनों को झारखण्ड में साकार कर रही है। झारखण्ड प्राकृतिक संपदाओं से सम्पन्न है.. धरती पर अनुपम सौंदर्य बिखरा हुआ है.. सीधे सरल मेहनती लोग इसकी पूंजी हैं.. नॉलेज और खेल में युवा विश्व भर में जाने जाते हैं… स्किल और प्रशिक्षण में आर्थिक निवेश में सहभागिता की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोमेंटम झारखंड में जापान सहभागी देश के रूप में हमारे साथ रहा है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने JETRO JICA METI से झारखंड के आधारभूत संरचना में के विकास में सहयोग देने की अपील की।
जापान की फार्मास्यूटिकल मैनुफैक्चरिंग एसोसिएशन ने झारखंड में निवेश और प्रशिक्षण देने पर सहमति दी है।
ओसाका के रिट्ज कार्लटन में झारखंड पर एक रोड शो का आयोजन किया गया। इस रोड शो में जापान की महत्वपूर्ण कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। झारखण्ड की मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव अमित खरे, नगर विकास के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, उद्योग सचिव सुनील वर्णवाल ने झारखण्ड की प्रगति नीतियों के विषय मे जानकारी दी। कंपनियों के साथ बिजनेस टू गवर्नमेंट मीटिंग आयोजित की गई।
विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव अमित खरे ने भारतीय दूतावास, काउन्सलेट जेनरल ऑफ इंडिया, जेट्रो, ओसाका चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, कंसाई इकोनॉमिक फ़ेडरेशन तथा तमाम लोग जिन्होंने इस यात्रा को एक अर्थ और सफलता प्रदान किया, सबके प्रति आभार प्रकट किया।