राची, झारखण्ड | सितम्बर | 22, 2023 ::
संत जेवियर्स कॉलेज रांची में पर्यावरण जलीय कृषि और सतत कृषि पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सभा का कॉलेज के फादर सी. डिब्रावर सभागार में आयोजित कर शुभारम्भ किया गया|
इस अवसर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. फा. नबोर लकड़ा व डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव ने देश विदेश से आये लोगों का लोगों का स्वागत किया|
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन कर और विशिष्ट अतिथियों का अभिवादन कर किया गया|
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नबोर लकड़ा ने अपने स्वागत संबोधन में बताया कि इस तरह के आयोजन से नए उभरते वैज्ञानिकों को रिसर्च से जुड़ी कई नयी चीजों को जानने का अवसर प्रदान करता है|
भारत एक कृषि प्रधान देश है और इस तरह के आयोजन से देश को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर मिलता है|
कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि रिसर्च को आगे ले जाने की आवश्यकता है आज शोधार्थी शोध कार्य को अधुरा छोड़ देते हैं उसके विभिन्न आयोमों को न सहेजते हैं और ना समझते हैं|
शोधर्थियों को शोध कार्यों को और गंभीरता से लेना होगा और शोध को अंतिम तक ले जाना होगा|
बिना रिसर्च किये कोई भी कार्य का निष्पादन नहीं किया जा सकता |
इस दौरान रिसर्चरों एवं विद्यार्थियों को यंग रिसर्च अवार्ड से पुरस्कृत भी किया गया|
कार्यक्रम में अन्य अतिथियों ने भी रिसर्च पर अपना प्रकाश डाला|
इस अवसर पर आएफईई कोलकाता के डॉ. तिरिब बंदोपाध्याय, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन यूनिवर्सिटीज के सचिव डॉ. तन्मय रुद्रा, पूर्वकुलपति डॉ. एच.पी. शर्मा , बीएयू के कुलपति डॉ. ओंकारनाथ सिंह , विभिन्न राज्यों से आये रिसर्चचर व बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे|
पहले दिन का समापन डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव ने धन्यावाद ज्ञापन कर किया|