राची, झारखण्ड | अक्टूबर | 19, 2023 ::
गुणवत्तापूर्ण बाल देखरेख सेवाओं की उपलब्धता एवं कार्यबल में महिलाओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने में बाल देखरेख सेवाओं की भूमिका पर चर्चा करने के लिए दिनांक १९ अक्टूबर २०२३ को झारखण्ड फोर्सेज द्वारा एक राज्य स्तरीय मंत्रणा का आयोजन होटल लीलैक, रांची में किया गया|
20 सहभागी संस्थाओं के परस्पर समन्वय से संचालित नेटवर्क “झारखण्ड फोर्सेज” द्वारा राज्य में गुणवत्तापूर्ण बाल देखरेख सेवाओं की उपलब्धता तथा तत्संबंधी नीतिगत मुद्दों को समझने एवं विभिन्न स्तरों पर नीति निर्माताओं के साथ इन विषयों पर चर्चा कर उनमें वांछित संशोधन की पहल करने की कोशिश की जा रही है|
जी-20 के दौरान विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों के आयोजन के दौरान फोर्सेज द्वारा राज्य के ५७ गाँवों में जी-20 चौपाल का आयोजन किया गया था, जिसमें समुदाय स्तर पर बाल देखरेख सेवाओं एवं तत्संबंधी उनकी मांगों पर चर्चा की गई|
समुदाय द्वारा उन्हीं मांगों को आज की मंत्रणा के दौरान उपस्थित गणमान्य अतिथिगणों विशेषकर
श्रीमती काजल यादव, अध्यक्ष, झारखण्ड राज्य बाल संरक्षण आयोग तथा
शशि प्रकाश झा, निदेशक, समाज कल्याण
को प्रस्तुत किया गया|
राज्य में बाल देखरेख सेवाओं में अपेक्षित गुणात्मक सुधार तथा इसे सुदृढ़ कर राज्य में महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी को बढ़ाने के लिए सापेक्ष वातावरण के निर्माण के उद्देश्य से आयोजित इस मंत्रणा को संबोधित करते हुए विष्णु परिदा, झारखण्ड राज्य आजीविका प्रोत्साहन समिति ने महिलाओं के कार्यबल में भागीदारी को सामाजिक-आर्थिक उत्थान का मुख्य आयाम बताते हुए राज्य में बाल देखरेख सेवाओं के व्यापक आच्छादन एवं गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की उपलब्धता पर जोर डाला, उन्होंने इस दिशा में राज्य में सखी मंडलों के द्वारा किये गए प्रयासों के बारे भी बतलाया|
अपने संबोधन में
सुनील कुमार वर्मा, सदस्य, झारखण्ड राज्य बाल संरक्षण आयोग
ने बाल देख रेख सेवाएं और आयोग की प्राथमिकता पर प्रकाश डाला |
उन्होंने बच्चों के मुद्दों के प्राथमिकीकरण कर उनके निराकरण हेतु परस्पर समन्वय से कार्य करने के लिए सभी हितधारकों को आगे आने का आह्वान किया|
शशि प्रकाश झा, निदेशक, समाज कल्याण ने पोषण 2.0 के अंतर्गत बाल देखरेख सेवाओं की प्राथमिकता एवं राज्य में आंगनबाड़ी -सह- क्रेच मॉडल तथा राज्य में मॉडल आंगनवाडी केन्द्रों का स्थापन कर बाल देखरेख सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में सरकार के द्वारा किये जा रहे प्रयासों को बतलाया|
उन्होंने विगत दशकों में समेकित बाल विकास सेवाओं में आए बदलाव पर प्रयास डालते हुए आंगनवाडी केन्द्रों में सकारात्मक बदलाव लाते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों के प्रति समुदाय के दृष्टिकोण बदलने के लिए किए जाने वाले विभिन्न प्रयासों के बारे में चर्चा की |
उन्होंने पोषण ट्रैकर का सही तरीके से प्रयोग की आवश्यकता पर जोर डालते हुए कहा कि पोषण ट्रैकर में वांछित सूचनाओं का नियमित अंकन बाल देखरेख सेवाओं की वास्तिवक वस्तुस्थिति की जानकारी देने और उसमें वांछित सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है|
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि श्रीमती काजल यादव, अध्यक्ष, झारखण्ड राज्य बाल संरक्षण आयोग ने बच्चों के विकास में आरंभिक वर्षों की महता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में बाल देखरेख सेवाओं की बहुत ही महत्ता है, इसीलिए UNCRC द्वारा भी बच्चों के चार अधिकारों में जीने और विकास के अधिकार को प्राथमिकता से रखा है|
आयोग राज्य में बाल सुलभ वातावरण के निर्माण हेतु विभिन्न हितधारकों के साथ काम करने हेतु कृत संकल्प है और आम सहमति स्थापित कर बाल देखरेख सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु कार्य किया जा सकता है|
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के समावेश पर भी उन्होंने कार्य करने और उन बच्चों को भी मुख्यधारा में लाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता पर बल डाला|
उक्त राज्य स्तरीय मंत्रणा के दौरान समाज कल्याण निदेशालय, झारखण्ड द्वारा सिनी के सहयोग से विकसित मॉडल आंगनबाड़ी की पुस्तिका का लोकार्पण भी किया गया|
मंत्रणा के तकनीकी सत्र में श्रीमती तन्वी झा, राज्य परियोजना प्रबंधक, सिनी द्वारा परिनियामित पैनल चर्चा में गुणवत्तापूर्ण पूर्व बालपन देखभाल एवं विकास सेवाओं को सुनिश्चित कर कामकाजी माताओं के लिए बाल देखरेख सम्बन्धी अवरोधों को कम करने विषय पर विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा वर्तमान प्रावधानों, महिलाओं के कार्यबल में अधिकाधिक भागीदारी हेतु बाल देखरेख सेवाओं की महत्ता, आरंभिक वर्षों में गुणवत्तापूर्ण बाल देखभाल की उपयोगिता, बच्चों के औपचारिक शिक्षा में ठहराव में पूर्व बालपन शिक्षा की भूमिका, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का मुख्यधारा में समावेश तथा परस्पर समन्वय की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया|
नेशनल फोर्सेज तथा झारखण्ड फोर्सेज द्वारा आयोजित इस मंत्रणा में सहायक निदेशक, समाज कल्याण, यूनिसेफ, झारखण्ड के शिक्षा विशेषज्ञ के साथ-साथ विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी विषय विशेषज्ञ, इस विषय पर कार्य करने वाली गैर-सरकारी संस्थानों एवं झारखण्ड फोर्सेज के साथी संस्थानों के प्रतिनिधि के साथ झारखण्ड फोर्सेज के सचिवालय सिनी के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे|