राची, झारखण्ड | अगस्त | 31, 2023 ::
बेजुबानों के साथ क्रूरता की ख़बरें आए दिन हम पढ़ते हैं जो हमें अक्सर विचलित कर जाते हैं
कई लोग बेजुबानों को पत्थर, लाठी, रॉड से मारते है ,तो कोई लोग कुत्ते घर के सामने न बैठें इसलिए गर्म पानी से उन्हें चोटिल कर देते हैं । तो कई साफ़ सफ़ाई की आड़ में इन्हें इनके स्थान से भी खदेड़ देते हैं ।
कई बार इन जानवरों की जान तेज़ रफ़्तार से दौड़ती गाड़ियों की चलते चली जाती है ,या तो कई चोटिल होकर सड़कों पर ही पड़े रह जाते हैं ।
ऐसा नहीं है कि संविधान में इनके लिए जगह नहीं है बल्कि इसके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है ।
इसके बावजूद बेज़ुबान जानवरों के साथ क्रूरता की घटनाएँ कम नहीं हो रही है ,ऐसे समय में झारखंड राँची की रहने वाली छह वर्षीय कायरा मिश्रा आज समाज के लिए मिसाल पेश कर रही है
राजधानी राँची के संत माइकल स्कूल में दूसरी कक्षा की छात्रा है कायरा मिश्रा,जिन्होने रक्षा बंधन में अपने भाइयों को तो रक्षा सूत्र बाँधा ही साथ ही साथ अपने पालतू जानवर और बाहर के जानवरों को भी रक्षा सूत्र बाँधा ,कायरा का जानवरों के प्रति यह प्यार ,अपने परिवार वालों से मिला है ।
हम आपको बता दें कायरा मिश्रा के घर में यह सब जानवर रैस्क्यूड है ,जो पहले बहुत ही बुरी स्थिति लाए गए थे पर आज इन सबका एक परिवार है
एक छह वर्षीय बच्ची ये समझती है कि हमें जानवरों से प्यार करना चाहिए । तो फिर हम और आप क्यों नहीं समझते ?
ज़रूरी है कि आज हम संकल्प लें कि हम बेज़ुबान जानवरो के प्रति कभी क्रूरता नहीं अपनाएंगे
रोटी न दे सके सही , पर उन्हें चोट नहीं पहुंचाएंगे