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रांची : उच्च शिक्षा के लिए एक पसंदीदा गंतव्य : डॉ. प्रशांत जयवर्धन ( असिस्टेंट प्रोफेसर )

रांची : उच्च शिक्षा के लिए एक पसंदीदा गंतव्य।

डॉ. प्रशांत जयवर्धन
असिस्टेंट प्रोफेसर ( पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग)
झारखंड राय यूनीवर्सिटी,रांची।

रांची, ने पूर्वी भारत के शिक्षा केंद्र के रूप में तेजी से अपनी पहचान बनायी है। IIM, ISM, XLRI, CUJ, NUSRL, JRSU और कई निजी विश्वविद्यालय बाहर के छात्रों को आकर्षित कर रहे हैं। COVID-19 के बदले हुए परिदृश्य में अब छात्र दूसरे राज्यों में पढ़ाई करने की जगह अपने होम टाउन में पढ़ना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। लेकिन रांची के प्रति सीमावर्ती राज्यों के छात्रों का नजरिया बदला है।अगर पिछले दो वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाले तो कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ी है, इसमें वैसे छात्रों की संख्या काफी ज्यादा है जिनकी पहली पसंद दिल्ली या दक्षिण भारत के राज्य हुआ करते थे। रांची में काम कर रहे एडमिशन कंसल्टेंट की राय और उनके आंकड़ों को माने तो “उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने वाले छात्रों की प्राथमिकता बदली है। कोविड-19 के बाद अपने राज्य के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में नामांकन लेने के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ गयी है, रांची,सबसे पसंदीदा स्थान है। कुछ निजी विश्वविद्यालयों ने पिछले कुछ वर्षों में जॉब ओरिएंटेड कोर्स के साथ अपनी अलग पहचान बना ली है। मेडीकल साइंस से जुड़े कोर्स अभी सबसे ज्यादा डिमांड में है।”
बड़ी संख्या में छात्रों के रांची के प्रति आकर्षित होने का मुख्य कारण यहाँ केंद्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय और निजी विश्व विद्यालयों में संचालित हो रहे है कोर्स हैं । शहर में 8 निजी विश्वविद्यालय, 4 राज्य विश्वविद्यालय, 1 केंद्रीय विश्वविद्यालय,1 विधि विश्वविद्यालय इसके अलावा केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान (CIP), झारखण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी(JTU), ट्रिपल आईटी हैं। जो सामान्य, पेशेवर और तकनीकी धाराओं में व्यापक पाठ्यक्रम प्रदान करते है।
राँची को झरनों का शहर भी कहा जाता है। गर्मियों में अपने ठंडे मौसम के कारण इसे बिहार राज्य कि शीतकालीन राजधानी कहा जाता था। प्राकृतिक सुंदरता के दम पर रांची ने खूबसूरत पर्यटक स्थलों के रूप में देश-विदेश के पर्यटन मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बनाई है।
राँची एक प्रमुख औद्योगिक केन्द्र भी है। यहाँ मुख्य रूप से HEC,SAIL, MECON, UshaMartin, Hindalco जैसे औद्योगिक प्रतिष्ठान हैं।
राँची को स्मार्ट सिटीज मिशन के अन्तर्गत विकसित किये जाने वाले सौ भारतीय शहरों में चुना गया है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का होमटाउन होने के कारण देश में रांची की अपनी अलग पहचान है। यह एक बड़ा फैक्टर है।
मेजबान के रूप में रांची अतुलनीय हैं। नेशनल गेम्स, इंटरनेशनल क्रिकेट मैच, कब्बड्डी प्रो लीग और हॉकी के अंतराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की बात करें तो इसकी सराहना दूसरे राज्यों से आये खिलाडियों और दर्शकों ने किया है।
झारखण्ड में ISM Dhanbad, BIT Sindri, NIFT, XLRI, BIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थान वर्षों से संचालित है जो देश भर के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आकर्षित करते है। AIIMS, IIM, XISS, JSRU, Jharkhand Rai University (JRU) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के शैक्षणिक परिसर शिक्षा और अनुसंधान के अवसर के साथ वैश्विक संकायों एवं आकर्षक बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराते हुए बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश के साथ नॉर्थ ईस्ट के छात्रों को आकर्षित कर रहे है।
रांची के एक निजी विश्वविद्यालय में फार्मेसी की पढ़ाई कर रही मेघालय की सलमा लेपचा कहती है “कॉलेजों का भव्य परिवेश, खूबसूरत इमारतें, फेस्टिवल और ट्रडिशनल कुजीन छात्रों को रांची में पढ़ाई करने के लिए आकर्षित करता है।“
बाहरी छात्रों को यहां आकर पढ़ाई करने के लिए आकर्षित करने में इन सारे फैक्टर की अहम भूमिका है।
केंद्र सरकार ने देवघर में एम्स के साथ हवाई सेवा शुरू कर बाबा नगरी को एजूकेशन और टूरिज्म हब के तौर पर स्थापित होने का नया आयाम दिया है।
राज्य सरकार जल्द ही तीन नए विष्वविद्यालय स्थापित करने वाली है।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन भी शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए विश्वविद्यालय स्थापित करने वाला है। इससे कौशल आधारित शिक्षा को नया आयाम मिलेगा। मुक्त शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने झारखंड ओपन यूनिवर्सिटी को स्थापित किया है जो ग्रामीण छात्रों के लिए वरदान साबित होगा।

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