जमशेदपुर, झारखण्ड । नवम्बर | 03, 2017 :: यूनिसेफ ने पूर्वी सिंहभूम के 6 प्रखंडों – बोड़ाम, पटमदा, धालभूमगढ़, चाकुलिया, घोड़ाबांधा और बेहरागोड़ा के 15 सरकारी स्कूलों के 20 बच्चों के लिए 5 दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला का आयोजन 30 अक्टूबर से 3 नवंबर 2017 तक जमशेदपुर में किया। कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में फोटोग्राफी कौशल को बढ़ावा देना तथा फोटोग्राफी के विभिन्न पहलुओं और तकनीकों से उन्हें अवगत कराना था, ताकि बच्चे कैमरे का उपयोग कर अपनी अभिव्यक्ति क्षमता में और ज्यादा निखार ला सकें।
बच्चे परिवर्तन के वाहक होते हैं। यूनिसेफ के बाल पत्रकार कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों एवं किशोर-किशोरियों में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, ताकि वे अपने अधिकारों के लिए आवाज़्ा उठा सकें और अपने समुदाय को बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु कार्य करने हेतु प्रेरित कर सकें। इसके अलावा, इसका उद्देश्य सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन लाना तथा बाल अधिकारों के प्रति समाज में एक आदर की संस्कृति को बढ़ावा देना है।
कार्यशाला में अतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फोटोग्राफर जोकोमो पिरोजी ने मुख्य प्रशिक्षक के तौर पर बच्चों को फोटोग्राफी के गुर सिखाए और प्रशिक्षित किया। जोकोमो पिरोजी को अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी का 27 साल का अनुभव है। उन्होंने दुनिया के 140 से अधिक देशों में फोटोग्राफी की है। कार्यशाला के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘फोटोग्राफी बच्चों के लिए एक माध्यम है, जिसके तहत वह अपनी कहानी को अच्छी तरह अभिव्यक्त कर सकते हैं। ये 20 बाल पत्रकार, जिन्होंने फोटोग्राफी के लिए प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वह इस कौशल का उपयोग अपने जीवन बदलाव लाने के साथ-साथ समुदाय के जीवन में भी बदलाव लाने के लिए करेंगे।
यूनिसेफ की कम्यूनिकेशन आॅफिसर, मोइरा दावा ने कहा कि, ‘‘जो तस्वीरें बच्चों ने कार्यशाला के दौरान खींची है, उसे बाल पत्रकारों के वार्षिक न्यूज लेटर में प्रकाशित किया जाएगा। इसके अलावा, बाल दिवस के अवसर प्रकाशित की जाने वाली विशेष पुस्तिका में भी इसे स्थान दिया जाएगा तथा यूनिसेफ के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी इसका उपयोग किया जाएगा। यूनिसेफ कार्यशाला में भाग लेने वाले 20 बाल पत्रकारों के साथ लंबे समय तक काम करना जारी रखेगा तथा एक स्थानीय फोटोग्राफर के सहयोग से और उनके लिए रिफ्रेशर कोर्सेस के माध्यम से उनकी फोटोग्राफी कौशल में और निखार लाएगा।’’
कार्यशाला में भाग लेने वाली धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ स्थित जय हिंद गल्र्स मध्य विद्यालय की छात्रा एव ़बाल पत्रकार आशा रानी (12 वर्ष) का कहना था, ‘‘मैं इस कार्यशाला में शामिल होकर काफी खुश और गौरवान्वित अनुभव कर रही हूं। कार्यशाला के दौरान मैने बहुत सारे फोटो खींचे हैं, जो कि मैं अपने माता-पिता को दिखाउंगी। जब मैं घर जाउंगी तब अपने माता-पिता, दोस्तों और पड़ोसियों के बहुत सारे फोटो खींचुंगी और उन्हें दिखाउंगी। पांच दिवसीय इस कार्यशाला के दौरान मेरे कई सारे दोस्त बने जो कि दूसरे-दूसरे स्कूलों से इस कार्यशाला में आए थे। मैं इस अनूठे अनुभव को जिंदगी भर याद रखूंगी।’’
माचा मध्य विद्यालय, पटमदा के बाल पत्रकार संतोष सिंह सरदार (11 वर्ष) का कहना था, ‘‘इस कार्यशाला के दौरान मैने फोटोग्राफी के बारे में काफी कुछ सीखा है। यहां से घर जाने के बाद मैं अपने माता-पिता और दोस्तों को भी फोटो खींचना सीखाउंगा, ताकि वे भी मेरा फोटो खींच सकें। जोकोमो भैया ने हमलोगों को अच्छे फोटो लेने के बहुत सारे गुर सिखाए हैं। मैं इन सीखाए गए पाठों को हमेशा याद रखुंगा और फोटो लेने में इसका उपयोग करूंगा। मैंने यहां पर अपने नए दोस्तों के साथ काफी मजे किए, मुझे यहां इतना आनंद आया कि मैं चाहता था कि यह कार्यशाला पांच दिनों से भी ज्यादा चले।’’
यूनिसेफ ने सभी 20 बच्चों को कैमरा भी प्रदान किया है और अगले कुछ सालों तक यूनिसेफ इन बच्चों के साथ काम करता रहेगा।