राची, झारखण्ड | मार्च | 23, 2024 ::
लद्दाख के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए फ्रेंड्स ऑफ लद्दाख की झारखंड चैप्टर के तत्वावधान में मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका के समक्ष रविवार ( 24मार्च ) को नेहा सिन्हा द्वारा एक दिवसीय उपवास किया जाएगा।
इस संबंध में नेहा ने कहा कि सोनम वांगचुक, एक प्रसिद्ध शिक्षक और पर्यावरण कार्यकर्ता, जो “लद्दाख को राज्य का दर्जा” और “छठी अनुसूची के कार्यान्वयन” की प्रमुख मांग के लिए 6 मार्च 2024 से 21 दिनों की भूख हड़ताल पर हैं। उनके समर्थन में फ्रेंड्स ऑफ लद्दाख, झारखंड चैप्टर की ओर से एक दिवसीय उपवास रखने का निर्णय लिया गया।
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019, जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करता है। जम्मू- कश्मीर और लद्दाख। तब से लद्दाख का शासन राज्य द्वारा नियुक्त राज्यपाल द्वारा किया जा रहा है।
2019 में सरकार ने वादा किया था कि यूटी को 6वीं अनुसूची दी जाएगी, एक संवैधानिक प्रावधान जो आदिवासी आबादी की रक्षा करता है और उन्हें स्वायत्त संगठन स्थापित करने की अनुमति देता है,जो उस जगह के कानून बनाते हैं।
लेकिन तीन साल बाद भी जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो लोगों ने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व “फ्रेंड्स ऑफ लद्दाख” संगठन द्वारा किया जा रहा है। नेहा ने कहा कि एक व्यक्ति के रूप में एक दिवसीय उपवास के आह्वान का सम्मान कर रही हूं और रांची सहित झारखंड के लोगों को समर्थन देने के लिए आमंत्रित करती हूं।
गांधी स्मारक, मोरहाबादी, रांची के पास सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक उपवास किया जाएगा।