राची, झारखण्ड | अगस्त | 31, 2023 :: नागरमल सेवासदन ने आज गुरूवार को अपना 66 वां स्थापना दिवस मना। इस मौके पर पूर्व सांसद महेश पोद्दार ने सांसद निधि के माध्यम से फोर्स एम्बुलेंस प्रदान किया। सेवासदन ने इसके लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह में अन्य सभी दानदाताओं को भी सम्मानित किया गया।
समारोह का उद्धघाटन ओम एवं वैदिक मंत्रोचार से किया गया। मुख्य अतिथि महेश पोद्दार, चिन्मय आश्रम के आचार्य स्वामी परिपूर्णानन्द, अध्यक्ष अरूण कुमार छावछरिया एवं मानद सचिव आशीष मोदी ने दीप प्रज्वल्लन किया।
सदन की नर्सो एवं कर्मचारियों ने गणेश वंदना एवं स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि पूर्व सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि मुनाफे के बजाय सेवाभावी अस्पताल के रूप में सेवासदन की सराहनीय भूमिका है।
आजकल सरकारी और कारपोरेट अस्पताल बढ़ रहे हैं, लेकिन ऐसे सेवाभावी अस्पताल कम खुलना चिंताजनक है।
देश में सेवासदन जैसे अस्पतालों की नितांत आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सेवासदन वंचितों के द्वारा वंचितों के लिए चलाया जा रहा है। हमलोगों में अधिकांश लोगों की जिंदगी में सेवासदन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
श्री छावछरिया जी ने सेवासदन के संस्थापक पुरोधाओं का नमन करते हुए कहा कि सेवासदन एक गैरलाभकारी अस्पताल है। समाज के सहयोग से इसने अपनी 66 वर्ष की यात्रा पूरी की है।
अब 200 बेड का यह अस्पताल कम खर्च, समुचित इलाज और सही व्यवहार की भावना के साथ चिकित्सा सेवा प्रदान कर रहा है।
उन्होंने कहा कि महेश पोद्दार ने पहले भी सांसद फण्ड सेवासदन में वाटर सेवेरेज प्लांट एवं कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य करवाए हैं।
मानद सचिव आशीष मोदी ने सेवासदन की विकास यात्रा, लक्ष्य एवं उद्देश्य के साथ सेवासदन की व्यवस्था की जानकारी स्लाइड शो द्वारा दी।
उन्होंने बताया कि कैथ लैब, कार्डियक सर्जरी इत्यादि सुविधा भी जल्द लागू होंगी। पवन कनोई के नेतृत्व में कैथ लैब के निर्माण का कार्य जारी है।
इस मौके पर 12 पृष्ठों की “सेवासदन संवाद” स्मारिका का लोकार्पण किया गया।
इसमें सेवासदन की सुविधाओं तथा चिकित्सकों की विस्तृत जानकारी दी गई है।
संपादक सेवासदन के उपसमिति चेयरमैन आलोक तुलस्यान ने कहा कि यह सकारात्मक सृजन का एक माध्यम है।
इसके प्रकाशन में कमल केडिया, वेदप्रकाश बागला एवं वरुण जालान ने सहयोग किया।
समारोह में सेवासदन के पूर्व अध्यक्ष जुगलकिशोर मारू, राजकुमार केडिया, राजेन्द्र कुमार सरावगी तथा पूर्व सचिव चंडीप्रसाद डालमिया को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। सदन के कर्मचारियों को उनकी श्रेष्ठ सेवा हेतु प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिया गया ।
स्वामी परिपूर्णानन्द ने सेवा परमो धर्म का महत्व बताते हुए कहा कि नर सेवा ही मनुष्य काल में सबसे बड़ा सेवा है। सेवासदन का मूल मन्त्र कम खर्च – समुचित इलाज – सही व्यवहार है। यही सबसे बड़ा धर्म है। जीवन व्रती दिशा पर बताते हुए उन्होंने कहा कि हम जैसा करेंगे, वैसा ही भरेंगे।
सभा में पवन शर्मा, अरुण खेमका, भागचंद पोद्दार, आलोक तुलस्यान, आरके गाड़ोदिया, डॉ रमण, डॉ कृष्णा, किशोरी चौधरी, अजय जैन, डॉ विजय दास, पवन कनोई, विष्णु राजगढ़िया, किशोर मंत्री, धर्मचंद्र रारा, पंकज पोद्दार, पवन मंत्री, डॉ अंजू कुमारी, प्रदीप राजगढ़िया, बसंत मित्तल, रविशंकर शर्मा, रंजीत टिबड़ेवाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
सेवासदन के अध्यक्ष अरुण कुमार छावछारिया ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। मंच संचालन रेखा जैन एवं वेदप्रकाश बागला ने किया। धन्यवाद ज्ञापन पवन शर्मा ने किया।