रांची, झारखण्ड | फरवरी | 21, 2021 ::
* फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाकर, स्वस्थ एवं समृद्ध झारखण्ड की परिकल्पना को साकार करेंगेः स्वास्थ्य मंत्री
झारखण्ड सरकार, राज्य से फाइलेरिया के उन्मूलनको लेकर प्रतिबद्ध है।
इसके तहत स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड एवं ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज द्वारा अन्य सहयोगी संस्थाओं, विश्व स्वास्थ्य संगठन, प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल के साथ समन्वय स्थापित करते दिनांक 21 फरवरी को राज्य के चार जिलों यथा- साहिबगंज, बोकारो, धनबाद और रामगढ में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारम्भ झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा संपन्न हुआ।
उपरोक्त जिलों में एमडीए कार्यक्रम 22 फरवरी से 27 फरवरी तक चलाया जायेगा।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व में झारखंड सरकार फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने लोगों से फाइलेरिया रोधी दवाएं, प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही सेवन करने की अपील की और कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता लोगों के बीच हमारी विश्वसनीयता एवं हमारे कार्य करने की पद्धति पर आधारित है। रोग को भगाना है, रोगी को बचाना है तथा स्वस्थ एवं समृद्ध झारखण्ड की परिकल्पना को साकार करना है।
उन्होंने कहा कि 22 फरवरी से 27 फरवरी तक साहिबगंज, बोकारो, धनबाद और रामगढ जिलों में शुरू होने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम में, फाइलेरिया रोधी दवाएं लाभार्थियों को प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अपने सामने ही खिलाई जाएगी इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाये की कोई भी लाभार्थियों खाली पेट दवा बिलकुल न खाए।
अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम, अभी भी एक सार्वजानिक स्वास्थ्य चुनौती है और इसका किर्यान्वयन और बेहतर ढंग से किये जाने की आवश्यकता है। प्रशासनिक स्तर पर एवं सभी विभागों के समेकित प्रयासों से फाइलेरिया के समूल उन्मूलन के मार्ग पर अवश्य अग्रसर होंगे। उन्होंने, जिलों के उपायुक्तों से आहवान किया कि वे सब अपने जिलों में,एमडीए कार्यक्रम की गहन समीक्षा करें ताकि, हर वर्ग के लोग फाइलेरिया रोगी दवाओं का सेवन कर सकें और यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से सफल हो। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एनटीडीके राज्य समन्वयक डॉ. देवेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार फाइलेरिया , दुनिया भर में दीर्घकालिक विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है। भारत में लगभग 2.3 करोड़ व्यक्ति इससे संक्रमित हैं और और 65 करोड़ लोग इससे प्रभावित होने के खतरे में हैं। राज्य कार्यक्रम अधिकारी, वेक्टर बोर्न डिजीजेजडॉ. एस.एन.झा ने कहा “ राज्य सरकार द्वारा 22 फरवरी से 27 फरवरी तक साहिबगंज, बोकारो, धनबाद और रामगढ जिलों में शुरू होने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम में, लगभग 71 लाख लक्षित लाभार्थियों को खिलायी जायेगी। मौके पर साहिबगंज, बोकारो, धनबाद और रामगढ जिलों के उपायुक्त, प्रोजेक्ट कन्सर्न इंटरनेशनल के मोहम्मद कलाम खान, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज के प्रतिनिधि अनुज घोष के साथ ही एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अन्य लोग मौजूद थे।