जगदीश से जानिए क्यो करते है तीन बार ओम का उच्चारण
ओम का उच्चारण तीन बार करने से तीन प्रकार से उत्पन्न बाधाओं में शांति मिलती है।
ये है वे तीन बाधाएं है।
आदि भौतिक- भौतिक समस्याओं जैसे दुर्घटना, अपराध, मानवीय संपर्क, अंदरूनी आदि बाधाओं के लिए ओम का उच्चारण बोलते हैं जिससे माना जाता है कि शांति मिलती है।
आदि दैविक- दैवीय आपदा जैसे बाढ़, भूकंप, तूफान आदि की शांति के लिए ओम का उच्चारण करते हैं जिससे माना जाता है कि शांति मिलती है।
आध्यात्मिक बाधाएं- ऐसी बाधाओं में राग, द्वेष, ईर्ष्या
क्रोध, निराशा, भय आदि के लिए ओम का उच्चारण करते हैं जिससे शांति मिलती है।
ओम के उच्चारण के साथ ही तीन बार शान्ति का भी उच्चारण करना चाहिये।
इस मंत्र का अभ्यास सुखासन, पद्मासन, अर्धपद्मासन, वज्रासन आदि में बैठकर भी कर सकते हैं। 5, 7, 11 या 21 बार इसका उच्चारण समय सुविधा अनुसार कर सकते है। ॐ के जाप में जप माला का प्रयोग भी किया जा सकता है। ॐ शब्द को जोर से या फिर धीरे-धीरे भी बोल सकते है।