रांची , झारखण्ड | नवम्बर | 13, 2020 ::
दीप जलाते समय इस मंत्र को बोलना चाहिए-
‘शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते।।
दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:।
दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तु ते।।’
मंत्र का अर्थ –
दीपक की ज्योति ही ब्रह्मा व परमेश्वर है।
पाप का नाश करने वाली दीपक की ज्योति को मेरा नमस्कार।
कल्याण करने वाले शत्रु के भय को खत्म करने और घर में सुख समृद्धि का वास करने वाली ज्योति को मेरा प्रणाम।
Picture credit :: Jagdish Singh