जमशेदपुर, झारखण्ड | नवम्बर | 13, 2017 :: उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि झारखंड सरकार शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनकी जन्म स्थली को एक आदर्श क्षेत्र के रूप में विकसित करना चाहती है। उपायुक्त आज उलियान बस्ती में आयोजित रोजगार मेले को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की दूरदर्शी सोच है कि कैसे हम झारखंड के शहीदों को सही अर्थों में श्रद्धांजलि एवं कार्यांजलि अर्पित करें।इसी को ध्यान में रखते हुए उन तमाम शहीदों के जन्म स्थलों के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा खींची गई है। इसी क्रम में चाहे वह बुनियादी आधारभूत संरचना के विकास की बात हो या जनता से जुड़ी हुई मूलभूत समस्याओं के निराकरण का मुद्दा हो, सरकार हर स्तर पर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ज्ञात हो कि जिला प्रशासन एवं अवर प्रादेशिक नियोजनालय, झारखंड के द्वारा विगत कई वर्षों से रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस कड़ी में शहीद ग्राम विकास योजना के अंतर्गत राज्य सरकार के द्वारा झारखंड के शहीद ग्रामों में रोजगार मेला लगाने की शुरुआत की गई है। पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर जिले का उलियान बस्ती शहीद ग्राम के रूप में चिन्हित है। इस दिशा में आज उलियान बस्ती में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। यहां पर लगभग 14 नियोजक उपस्थित हुए तथा 600 से अधिक रिक्तियों पर नियोजन किया जाना है। विभिन्न सेक्टरों की कंपनियां यहां उपस्थित हैं जिससे कि अधिक से अधिक संख्या में बेरोजगार युवक और युवतियों इस मेले से लाभांवित होंगे।
उपायुक्त ने कहा कि तमाम विकास के बावजूद भी यदि हमारे युवाओं के हाथ में काम नहीं है तो हम एक बहुत बड़ी मानव शक्ति का उपयोग कर पाने से वंचित रह जाते हैं। ऐसी स्थिति में सरकार की तरफ से दो तरह के कार्य किए जा रहे हैं पहला वैसे युवक जो डिग्री तो हासिल कर लिए हैं लेकिन किसी कारणवश उनके पास हुनर नहीं है जिसके कारण मार्केट में उनके लिए रोजगार की समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ऐसे युवक युवतियों के लिए मेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना की गई है जहां अपनी इच्छा के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और उनको सुनिश्चित रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि दूसरे वे युवक हैं जिन्होंने तमाम संघर्षों के बाद दक्षता तो हासिल की है लेकिन किसी कारणवश उनको रोजगार मुहैया नहीं हो पा रहे हैं।उन्होंने कहा कि रोजगार मेला एक बेहतर मंच का कार्य करता है और रोजगार मेला एक ऐसा सेतु स्थापित करता है जिससे कि आए हुए नियोजकों को और युवक युक्तियों को अपनी अपेक्षाओं और योग्यता के अनुरुप अवसर प्राप्त होते हैं। उपायुक्त ने कहा कि यह प्रयास यदा-कदा नहीं हो रहे हैं बल्कि लगातार और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जाकर इस तरह के आयोजन किये जा रहे हैं। गुड़ापिकेट और तुमगुरु के क्षेत्र में भी इस तरह के आयोजन किये गये हैं।* उन्होंने कहा कि तमाम तरीके से सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवर प्रादेशिक नियोजनालय के माध्यम से रोजगार मेला आयोजित कर रहे हैं और उसी का परिणाम है कि अभी तक लगभग 1700 से अधिक युवक युवतियों को रोजगार मुहैया करा पाए हैं साथ ही सीधी भर्ती के माध्यम से 226 लोगों को नियोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से युवाओं में अलग तरह की ऊर्जा का संचार होता है और उनको अपनी अपेक्षाओं तथा आकांक्षाओं के अनुरुप कार्य करने का एक बेहतर माध्यम मिलता है। उपायुक्त ने कहा कि आज के युवक युवतियों के हाथों ही नये भारत और नये झारखंड के निर्माण की रूपरेखा लिखी जानी है। ऐसी स्थिति में यहां उपस्थित तमाम युवक-युवतियां रोजगार मेले का भरपूर लाभ उठाएं और इन तमाम निवेशकों को भी बेहतर हाथ प्राप्त हो सकें।
इस अवसर पर उलियान बस्ती विकास समिति के सदस्यगण, अवर प्रादेशिक नियोजनालय, जमशेदपुर के पदाधिकारी गण, तथा सैकड़ों की संख्या में प्रतिभागी गण उपस्थित थे।