राची, झारखण्ड | मार्च | 06, 2025 ::
अर्थ ऑब्जर्वेशन एंड कंजर्वेशन सोसाइटी (SEOC), सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची ने IQAC के सहयोग से झारखंड में एक्वाकल्चर प्रैक्टिसेज और बायो एंटरप्रेन्योरशिप की संभावनाएँ विषय पर कॉलेज परिसर में एक इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया।
“पर्ल कल्चर” (मोती उत्पादन) पर ऐड-ऑन सर्टिफिकेट कोर्स के छात्र एवं अन्य विभागों के विद्यार्थियों ने इस सत्र में भाग लिया।
फ़िश फ़ार्मर ट्रेनिंग सेंटर, शालीमार, रांची से आमंत्रित अधिकारी एवं वक्ता डॉ. प्रशांत कुमार दीपक ने विद्यार्थियों को मत्स्य पालन की नई तकनीकों, सरकारी योजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान समय में मत्स्य पालन कैसे एक महत्वपूर्ण अवसर बन सकता है।
कॉलेज के रजिस्ट्रार फादर डॉ. प्रभात सोरेंग ने छात्रों को संबोधित किया और आमंत्रित वक्ताओं का स्वागत किया।
इस पूरे सत्र का आयोजन जूलॉजी विभाग के डॉ. रितेश कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में किया गया, और अंत में प्रगति बनर्जी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
अनुष्का चौधरी ने प्रश्नोत्तर सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे प्रतिभागियों को जलीय कृषि के क्षेत्र और उसके अवसरों के बारे में अधिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिली।
इस सत्र में डॉ. शिव शंकर प्रसाद, डॉ. मनोज और डॉ. राकेश भी उपस्थित रहे।