रांची, झारखण्ड | जून | 15, 2021 :: वन उत्पादकता संस्थान, राँची झारखण्ड में किसानों की आय वृद्धि के लिए सतत प्रयत्नशील है. राष्ट्रीय बांस मिशन द्वारा वित्त प्रदत परियोजना के अंतर्गत संस्थान के प्रगतिशील निदेशक डॉ. नितिन कुलकर्णी एवं समूह समन्वयक (अनुसन्धान) डॉ. योगेश्वर मिश्रा के नेतृत्व में गैर वनीकरण क्षेत्रों के साथ साथ किसानों की गैर कृषि भूमि पर रांची, माण्डर, लातेहार, लोहरदगा, ओरमांझी, गेतलसुत एवं अन्य कई स्थानों पर बांस रोपण का कार्य कराया है. झारखण्ड वन विभाग के द्वारा भी संस्थान में तैयार किये गए पौध का रोपण राज्य के विभिन्न जिलों में कराया गया है. संस्थान में उत्तक संवर्धन, वनस्पतिक प्रचार, प्रकंद रोपण, शाखा और कल्म कटिंग विधि से बांस के दस से ज्यादा प्रजातियों के पौध तैयार कराये गए हैं. संस्थान सतत प्रयत्नशील है कि झारखंड में बांस से जुड़े कारीगरों को कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित हो एवं किसानों के आय में उत्तरोत्तर अतिरिक्त वृद्धि हो. संस्थान के द्वारा समय समय पर इस क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों एवं हस्तशिल्प से जुड़े कारीगरों के लिए बांस की वैज्ञानिक तरीके से खेती एवं हस्तशिल्प तकनीक के ऊपर प्रशिक्षण की भी व्यवस्था कराई जाती है. झारखण्ड में मॉनसून ने दस्तक दे दी है और अभी से लेकर जुलाई माह के अंत तक हम बांस रोपण कर सकते हैं और इस कार्य में मदद के लिए कृषक संस्थान से किसी भी कार्यदिवस में या ईमेल ifpranchi2018@gmail.com के द्वारा संपर्क कर सकते हैं.
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