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डी.पी.एस. इंटरनेशनल शतरंज चैंपियनशिप गर्ल्स (ओपन) -2017
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इस बड़ी प्रतियोगिता का मेजबान बनना विद्यालय के लिए एक सम्मान की बात : डॉ राम सिंह
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शतरंज खेलने से मानसिक विकास होता है
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शतरंज सोच को विकसित करने में मदद करता है। इस से बच्चों में तर्कशक्ति बढ़ाने में मददगार होता है।
रांची, झारखण्ड । अक्टूबर | 14, 2017 :: दिल्ली पब्लिक स्कूल, राँची में प्रांगन में 14 अक्टूबर, 2017 को डी.पी.एस. सोसाईटी, नई दिल्ली द्वारा डी.पी.एस. इंटरनेशनल शतरंज चैंपियनशिप गर्ल्स (ओपन) -2017 का हुआ आरम्भ। इस अवसर पर मुख्य अतिथी के तोर पर के.के. खंडेलवाल आई.ई.एस सचीव कम कमिशनर झारखण्ड सरकार उपस्थित थे।
इस प्रतियोगिता में देश भर के 13 विद्यालय के प्रतिभागियों ने भाग लिया और वे हैं डी.पी.एस इलाहाबाद, डी.पी.एस. आनंदा पूरम, डी.पी.एस. आसनसोल, डी.पी.एस. बुलंद शहर, डी.पी.एस. धनबाद, डी.पी.एस. गुड़गांव, डी.पी.एस. जमशेदपुर, डी.पी.एस. कैम्पटी रोड नागपुर, डी.पी.एस. नालको नगर, डी.पी.एस. आर.के. पुरम, डी.पी.एस. राउरकेला, डी.पी.एस. लखनऊ और डी.पी.एस. राँची।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ राम सिंह मुख्य अतिथी और प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा कि इस बड़ी प्रतियोगिता का मेजबान बनना विद्यालय के लिए एक सम्मान की बात है। साथ ही उनहोंने ने यह भी कहा कि शतरंज खेलने से मानसिक विकास होता है। उन्होंने सभी टीमों के खिलाड़ियों को उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएँ दी।
इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि के.के. खंडेलवाल ने कहा कि शतरंज सोच को विकसित करने में मदद करता है। इस से बच्चों में तर्कशक्ति बढ़ाने में मददगार होता है।
आज प्रतियोगिता में सभी टीमों को तीन टेबल राउंड खेलना होगा एवं कल बाकी के दो राउंड खेलेंगे।