राची, झारखण्ड | मार्च | 28, 2025 ::
कांके रोड स्थित डी ए वी पब्लिक स्कूल सी सी एल गांधीनगर के जूनियर विंग में एलकेजी एवं यूकेजी के नवागंतुक छात्रों के लिए “अभि संस्करण कार्यक्रम “का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में बच्चों के साथ अभिभावक भी उपस्थित होकर वैदिक यज्ञ, आशीर्वाद एवं संस्कार कार्य में सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर अभिभावकों को डीएवी की मान्यताओं एवं उद्देश्यों से परिचित कराया गया।
स्कूल के प्राचार्य प्रदीप कुमार झा ने अपने वक्तव्य में अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर ही उनका मूल्यांकन नहीं करें अपितु उनके आचरण, उनकी भाषा, व्यवहार आदि भी देखें ।
क्योंकि आज देश को ऐसे नागरिकों की आवश्यकता है जिनमें ज्ञान,विज्ञान,कला, व्यापार आदि के साथ चरित्र, संस्कार, अनुशासन, संवेदनशीलता और देशभक्ति जैसे गुण हों। हमारा देश चरित्र प्रधान देश रहा है शिक्षा के साथ चरित्र का समन्वय योग्य नागरिकों को जन्म देता है यह मानवता की कसौटी भी है ।
उन्होंने आगे कहा कि अभिभावकों का कर्तव्य है कि अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सतत प्रयासरत रहे और शिक्षकों के साथ बराबर संपर्क बनाए रखें।
बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराने पर अभिभावकों का उत्तरदायित्व और भी बढ़ जाता है उन्हें माता-पिता आदि के साथ शिक्षक की भी भूमिका निभानी पड़ती है। वही शिशु विहार की प्रभारी डॉ जया जयसवाल ने बच्चों के प्रति अभिभावकों को कर्तव्य समझाएं।
उन्होंने कहा जब माता-पिता अपने बच्चों के सामने आदर्श रूप स्थापित करेंगे तो निश्चय ही छात्रों में आदर्श गुण विकसित होंगे । उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के खानपान, पहनावे, व्यवहार आदि पर ध्यान दें।
अभिभावकों ने भी अपने विचारों से सभा को अवगत कराया ।आज के कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर रिलेशंस के निदेशक समाजसेवी आशुतोष द्विवेदी, मुख्य रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर के.जी कक्षा की शिक्षिकाओं (तनुजा सिन्हा,स्नेहा ,निशा वर्मा, सीमा जैन, अर्पणा शर्मा, निधि सिन्हा,अणिमा सिंहा ,रंजना ,शताब्दी चैटर्जी, लेखा मजुमदार ने परिचय सत्र के दौरान अभिभावकों से बातचीत सत्र रखा।
कार्यक्रम का संचालन रजनी सिंह ने किया ।