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होली पर कुछ पंक्तियां :: मोहे अपने ही रंग में : अर्पणा सिंह

होली पर कुछ पंक्तियां मोहे अपने ही रंग में … मोहे अपने ही रंग में रंग लो गिरिधारी बीते माघ आइल फाग चलत मदहोश फागुन बयार रंग बिरंगी उड़े गुलाल तन के तार छुए सब कोई मन के तार न भिंगोए कोई तुम अपने ही रंग में मोहे रंग लो गिरिधारी तब समझू मैं होरी […]