रांची झारखण्ड | मई | 18, 2022 :: इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पक्षियों की एक स्वस्थ आबादी को संरक्षित करते हुए प्रवासी पक्षियों के प्रजनन, ग़ैर-प्रजनन के साथ-साथ ठहरने (रहने) वाले आवासों की सुरक्षा के विषय में जागरूक करना है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि पर्यावरण में पक्षियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए इनकी आवश्यकता होती है। पक्षी प्रकृति के दूत हैं, यही वज़ह है कि प्रवासी पक्षी प्रवास को बढ़ावा देने के लिए पारिस्थितिक संबंध और अखंडता को बहाल करना आवश्यक है।इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राँची के प्रसिद्ध बर्ड वाचार, और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्री ए के सहाय थे. सेंट जेवीयर कॉलेज के प्रिन्सिपल फादर नबोर लकड़ा ने पक्षियों के प्रति उदार रहने का संदेश दिया कार्यक्रम संचालन डाॅक्टर प्रिया श्रीवास्तव ने किया, कार्यक्रम में श्री श्रीदेव सिंह ने अपने प्रकृति और उसके संरक्षण पर अपने सम्वेदनशील विचार साँझा किए .
जूलोज़ी हेड डाॅक्टर भारती सिंह राएपत ने कार्यक्रम में सबका स्वागत करते हुए ई टी एफ की स्थापना से जुड़े अपने अनुभव बताए और विद्यार्थियों को ऐसे कार्यक्रमों में ज़्यादा से ज़्यादा भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया|
धन्यवाद ज्ञापन सुश्री मौली चक्रबोरती ने किया,प्रो पीपस, डॉ मनोज प्रो. रमिता डॉ राकेश समेत कईं विभागों के प्रोफेसर और तीन सौ विद्यार्थियों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ|