राची, झारखण्ड | मार्च | 21, 2025 ::
रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज़ इन इंडिया ( आरएसएसडीआई ) के झारखंड चैप्टर द्वारा 22 एवं 23 मार्च को वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है इस आयोजन में 500 डॉक्टर भाग लेंगे अधिवेशन में पूरे हिन्दुस्तान से चालीस वरिष्ठ चिकित्सक अपना शोध प्रस्तुत करेंगे.
इस अधिवेशन से झारखंड के चिकित्सकों को नवीनतम जानकारी देने में अहम भूमिका निभाएगा.
डॉ. विनय ढांढनिया और डॉ. अजय छाबड़ा ने बताया कि डायबिटीज़ पिछले पंद्रह सालों में व्यापक रूप से फैल रहा है विदेशों में यह बीमारी 45 साल से ऊपर के लोगों में पाया जाता है पर भारत में यह बीमारी कम उम्र में हो रही है अब बच्चों में भी डायबिटीज़ का खतरा बढ़ता जा रहा है शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में भी यह बीमारी तेज़ी से फैल रहा है आरएसएसडीआई इस बीमारी से बाहर शोध कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किस तरह से लोगों को इस बीमारी से सचेत किया जाए एवं ज़्यादा से ज़्यादा बचाओ किया जाए इस कॉन्फ्रेन्स में डायबिटीज़ के उपचार सही भोजन एवं तालमेल के बारे में विशेष जानकारी दी जाएगी.
भारत के अन्य हिस्सों से आने वाली वाले प्रमुख डॉक्टरों के नाम हैं.
डॉ. संजय कालरा हरियाणा, डॉ. एएच जरगर श्रीनगर, डॉ. विजय पणिकर मुंबई, डॉ. दीपक जुमानी मुंबई, डॉ ए के सिंह कोलकाता, डॉ संजीब मेधी असम, डॉ. राजीव कोविल मुंबई, डॉ जे जे मुखर्जी कोलकाता, डॉ मोहसिन असलम हैदराबाद और अन्य
कॉन्फ्रेंस डायबिटीज़ पर मंथन द्वारा एक नई दिशा प्रदान करेगा और मील का पत्थर साबित होगा.