रांची, झारखण्ड | फरवरी | 22, 2019 :: अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष एवं पंचनद स्मारक ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक, पूज्य जगदगुरू श्री हंसदेवाचार्य रामानंद आचार्य जी महाराज जी का प्रयागराज से हरिद्वार लौटते हुए लखनऊ के पास सड़क हादसे में निधन
गंभीर रूप से घायल स्वामी हंसादेवाचार्य को लखनऊ के अस्पताल में ले जाया गया जहां उनकी निधन हो गया
स्वामी हंसादेवाचार्य जी की पार्थिव देह को हेलीकॉप्टर से लखनऊ अस्पताल से हरिद्वार लाया जा रहा है।
हरिद्वार आश्रम में पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा।
23 फरवरी को हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार होगा।
झारखण्ड सन्त समाज के महामंत्री डॉ. स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने झारखण्ड के समस्त साधु संत समाज की ओर से शोक संवेदना ब्यक्त की,
ब्यक्तिगत सम्बन्ध इतने प्रगाढ़ थे, दिल्ली या हरीद्वार जाना हो, तो वे अपने वाहन एयरपोर्ट या स्टेशन भेजकर मंगवाते थे, अपने ही आश्रम में बड़े ही आदर से ठहराना, और सारी ब्यवश्था का स्वम् ख्याल रखना, मैं भूल नहीं पा रहा हूँ,
दो दिन पहले ही झारखण्ड के सम्बंध में लम्बी वार्ता हुई,
निर्देश भी दिए, आप कार्यकम करें, मैं आऊंगा……
उन्होंने बताया कि, महाराज श्री एक अद्भुत ब्यक्तित्व के भी स्वामी थे, सभी के प्रति उनका प्रेम, ब्यवहार, कार्य शैली और कार्य प्रबंधन उनसे सीखने योग्य रहा,
यदि एक उन्हें एक महान संत के साथ कुशल प्रशासक और कुशल प्रबंधक भी कहा जाय, तो अतिशियोक्ति नहीं होगी,
असंख्य लोगों के नाम ब्यक्तिगत रूप से स्मरण रखना, उनका एक यह भी विशेषता थी, जब किसी को वे नाम लेकर पुकारते थे, तो वह ब्यक्ति अचंभित हो जाता था,
अभी श्री राम मंदिर के निर्माण सम्बंधी जितने भी कार्यक्रम धर्मादेश या धर्म सभाएं हुईं, अग्रणी भूमिका रही इनकी।