अगस्त | 14, 2017 :: स्वतंत्रता दिवस पर सब टीवी के कलाकारों का कथन
हुसैन कुवजेरवाला उर्फ ‘सजन रे फिर झूठ मत बोलो’ के जय
मेरे लिये देशभक्ति का मतलब आपका अपने देश के प्रति प्रेम है। भारत के नागरिक होने के नाते अपने कर्तव्यों की रक्षा करें और उसका पालन करें, इसके जरिया ही हमारा देश खुशहाल बन सकता है। हमारे पास सैनिक और स्वतंत्रता सेनानी हैं, जिन्होंने देश के लिये अपनी जान कुर्बान कर दी। मुझे लगता है कि उनका शुक्रिया करने के लिये केवल शब्द ही काफी नहीं हैं। अपने परिवार के साथ हम खुशी के जो हरेक पल बिताते हैं, उनकी वजह से ही हैं और वही हैं, जिनकी वजह से हमारी स्वतंत्रता है। एक बदलाव जो अपने देश में देखना चाहता हूं, वो ये है कि इस देश के सभी नागरिक नियम और कर्तव्यों का पालन करें।
मानव गोहिल उर्फ ‘तेनाली रामा’ के कृष्णदेव राय
देशभक्ति किसी एक खास दिन, जिसे हम साल में एक बार मनाते हैं उस दौरान होने की बजाय, हर दिन होनी चाहिये। यह हमें समाज के प्रति जिम्मेदार बनाती है, न कि एक बुरा नागरिक। मैं अपने सभी सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अत्यधिक गर्व और सम्मान महसूस करता हूं, जिन्होंने हमें सुरक्षित जीवन जीने की आजादी दी है। साथ ही मैं उनके परिवारवालों को नमन करता हूं, जिनके पास अपने देश की खातिर परिवार के सदस्य को कुर्बान करने का साहस है। मुझे लगता है कि इस देश के युवाओं के पास यह ताकत है और उन्हें देश की तस्वीर बदलने के लिये आगे आना चाहिये।
कृष्ण भारद्वाज उर्फ ‘तेनाली रामा’ के तेनाली रामा
हम आज जिस युग में जी रहे हैं, उसमें देशभक्ति ही एक चीज है, जिसकी वजह से हमारे देश में ये थोड़े-बहुत सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं। भले ही देश में स्थितियां खराब हैं, लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार नागरिक हमारे आस-पास सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। हमारी पीढ़ी प्रगतिशील और आधुनिक है, लेकिन हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हमारे सैनिक और स्वतंत्रता सेनानी ही वो लोग हैं, जिन्होंने हमें इस देश में अपनी शर्तों पर रहने में मदद की है। मैं उन्हें और उनके परिवार को उनके निःस्वार्थ बलिदान के लिये नमन करना चाहता हूं।
अदिति सजवान उर्फ ‘चिड़ियाघर’ की कोयल
मेरे लिये मानवता देशभक्ति से पहले आती है। मुझे लगता है जिस क्षण लोग इंसान के रूप में एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, देशभक्ति अपने आप चली आती है। हमें यह विशेषाधिकार मिला है कि इस आजादी और स्वतंत्रता को पाने में हमें वो संघर्ष नहीं करना पड़ा। मुझे लगता है हम पर अपनी विरासत को सुरक्षित रखने और हर क्षेत्र में देश को सम्मान दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी है। इस स्वतंत्रता दिवस पर एक चीज है, जिसे मैं बदलना चाहती हूं, वो है, समाज द्वारा पिछड़ी सोच और अंधविश्वासों को मानना। हमें अपने जवानों और स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लेनी चाहिये, जिन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी। उनके मुकाबले अपने देश के लिये हमारा कोई भी योगदान बहुत छोटा ही होगा।