रांची, झारखण्ड | नवंबर | 08, 2018 :: गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा,कृष्णा नगर कॉलोनी में बंदी छोड़ दिवस मनाया गया.
दीपावली की शाम 7:00 बजे से विशेष दीवान सजाया गया. दीवान की शुरुआत स्त्री सत्संग सभा की शीतल मुंजाल एवं साथियों द्वारा “सब सिखन को हुकम है गुरु मान्यो ग्रंथ………..” शब्द गायन से हुई. हजूरी रागी जत्था भाई भरपूर सिंह एवं साथियों ने ” तू प्रभ दाता दान मत पूरा हम थारे भेखारी जिओ…………” एवं “बाबा नानक तेरी जय होवे………”समेत अन्य शब्द गायन कर साध संगत को गुरु वाणी से जोड़ा. मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी जिवेंदर सिंह जी ने कथा वाचन कर गुर इतिहास से साध संगत को रूबरू कराया. सत्संग सभा के सचिव एवं गुरु घर के सेवक मनीष मिढ़ा ने कथा वाचन करते हुए साथ संगत को बताया कि सिख धर्म में दीपावली के दिन को ‘बंदी छोड़ दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. यह त्यौहार सिखों के तीन त्यौहारों में से एक है, जिनमें पहला ‘माघी’, दूसरा ‘बैसाखी’ और तीसरा ‘बंदी छोड़ दिवस’.
इस दिन बुराई पर सच्चाई की जीत हुई थी.
इस दिन मीरी पीरी के मालिक छठे पातशाह श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी को जब मुगल शासक जहांगीर ने गिरफ्तार किया था तब गुरु साहिब ने रिहाई के वक्त अपने साथ 52 अन्य राजाओं को भी रिहा करवाया था. इन राजाओं की रिहाई के लिए भाई हरिदास ने एक ऐसा चोला तैयार करवाया जिसमें 52 कलियां थी जिसके बाद हर एक राजा ने एक कली पकड़ी और किले से बाहर आ गए. जिसके चलते गुरु साहिब को बंदी छोड़ दाता कहा गया है और इस रिहाई वाले दिन को ही ‘बंदी छोड़ दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
आनंद साहिब जी के पाठ.अरदास. हुकुमनामा एवं कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ रात 9:00 बजे दीवान की समाप्ति हुई. इस मौके पर श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा साहिब में दीप जलाए.
सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि कल 9 नवंबर से रोजाना सुबह 5:30 बजे गुरुद्वारा साहिब कृष्णा नगर कॉलोनी से प्रभात फेरी निकाली जाएगी तथा इसका समापन 19 नवंबर को होगा. 21 नवंबर को गुरुद्वारा मैदान में धन धन श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 549वें पावन प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में भव्य दीवान सजाया जाएगा. दीवान की समाप्ति दोपहर 2:15 बजे होगी तत्पश्चात भव्य नगर कीर्तन निकाला जाएगा जो शहर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ पी.पी कंपाउंड स्थित गुरु नानक स्कूल परिसर में पहुंचकर विसर्जित होगा. प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा द्वारा 22 नवंबर को सुबह 8:00 बजे से 10:30 बजे तक तथा रात 8:00 बजे से 11:30 बजे तक एवं 23 नवंबर को रात 8:00 बजे से 2:00 बजे तक विशेष दीवान सजाए जाएंगे. सभी दीवानों की समाप्ति के पश्चात गुरु का अटूट लंगर चलाया जाएगा. प्रकाश पर्व की तैयारी में सभा के सदस्य तथा सभी श्रद्धालु पूरे जोश खरोश के साथ जुटे हुए हैं.सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह बेदी ने शहर के सभी सिख धर्मावलंबियों से इन सभी दीवानों में हाजिरी भर गुरुघर की खुशियाँ प्राप्त करने का आह्वान किया है.