रांची, झारखण्ड | अक्टूबर | 24, 2019 :: सत्यानंद योग मिशन से दो नौनिहाल गुलशन कुमार और इन्द्रकांत झा ,आज 24 अक्टूबर को होच्ची-मीन सिटी(वियेतनाम) की धरती पर योग का संदेश देने उतरा।
ये दोनों बच्चे मुंगेर योग नगरी के हैं और ये दो वर्षों से राँची में रहकर संन्यासी मुक्तरथ जी से प्रायोगिक और सैद्धांतिक योग का प्रशिक्षण ले रहे थे। दोनों बच्चे जिस गाँव से संबंध रखते हैं वो है मुंगेर(रामगढ़), जो गंगा किनारे है और सारा जमीन-जायदाद गंगा में समा चुका है। पर ये सब कुछ भूलकर पूरी लगन और मेहनत से अपना मजबूत रास्ता बनाया। मुक्तरथ जी कहते हैं जब मैं 1993 में मुंगेर योग पीठ ज्वाइन किया था उस वक्त लोग मेरा मखौल उड़ाते थे और आज योग में पढ़ाई करना, योग के क्षेत्र में नौकरी करना गौरव समझते हैं। दोनों समय मे एग्दम अंतर दिख रहा है।
आज मुक्तरथ जी की प्रेरणा से हजारों युवाओं को स्वस्थ जिंदगी,एक मजबूत रास्ता,सकारात्मक जिन्दगी जीने की कला मिल रही है। इनकी प्रेरणा और इनके मार्गदर्शन में योग सीख कर ये दोनों नौनिहाल महज 21-22 वर्ष में वियेतनाम में योग सिखाने पहुँचे हैं। मुक्तरथ जी के मार्गदर्शन में प्रति वर्ष 6 से 10 युवा योग प्रशिक्षक योग का प्रशिक्षण प्राप्त कर विदेशों में योग प्रशिक्षण देने जाते हैं। हॉन्ग-कॉन्ग,मकाऊ,सिंगापोर, वियेतनाम, चीन आदि देशों में मुक्तरथ जी के प्रशिक्षित शिष्य योग सिखा रहे हैं।