राची, झारखण्ड | अप्रैल | 25, 2024 ::
इक्फ़ाई विश्वविद्यालय झारखंड 4 और 5 मई 2024 को 2 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्रतिभागियों को सद्भाव बनाने और बनाए रखने के लिए आवश्यक कौशल और अंतर्दृष्टि से लैस करने के लिए कर रहा है। मनुष्य के रूप में, हमारे पास संबंध, विकास और प्रभाव की अविश्वसनीय क्षमता है।
कुलपति प्रो. (डॉ.) रमन कुमार झा ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य व्यक्तियों को सकारात्मक और सामंजस्यपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक उपकरण और रणनीतियाँ प्रदान करना है। कार्यशाला के संयोजक- डीन (छात्र कल्याण), डॉ. एस. चौधरी ने बताया कि यह कार्यशाला एनईपी 2020 के पांच मार्गदर्शक स्तंभों- पहुंच, समानता, गुणवत्ता, सामर्थ्य और जवाबदेही को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है। डॉ. एस. चौधरी ने बताया कि, गहरी बातचीत में शामिल होकर – ऐसी बातचीत जो सीमाओं को आगे बढ़ाती है, जिज्ञासा जगाती है और समझ को बढ़ावा देती है – हम अधिक प्रभावशीलता के लिए अपनी सहज क्षमता का लाभ उठा सकते हैं। ये बातचीत न केवल हमारे भीतर बल्कि हमारे रिश्तों, कार्यस्थलों और समुदायों में भी परिवर्तनकारी परिवर्तन को खोलने की कुंजी रखती है।
कार्यशाला के लिए डायमेंशन एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। इच्छुक शिक्षाविद 2 मई 2024 तक पंजीकरण करके इस कार्यशाला में शामिल हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिये, इच्छुक प्रतिभागी +91 7257004502/ +91 +917257004503 संपर्क कर सकते हैं अथवा dean.sw@iujharhand.edu.in पर मेल कर सकते हैं।
डीन (अकादमिक) प्रो.अरविंद कुमार ने कहा कि ऐसी कार्यशालाएं समय की मांग हैं। रजिस्ट्रार प्रो.(डॉ.)जे.बी. पटनायक ने कार्यशाला के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।