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श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज का पहला प्रकाश गुरुपर्व

राँची, झारखण्ड | सितम्बर | 11, 2018 :: गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा में धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज का पहला प्रकाश गुरुपर्व मनाया गया.

इस उपलक्ष में कृष्णा नगर कॉलोनी गुरुद्वारा साहिब में विशेष दीवान सजाया गया.दीवान की शुरुआत सुबह 8:00 बजे स्त्री सत्संग सभा की गीता कटारिया एवं शीतल मुंजाल द्वारा आसा दी वार कीर्तन से हुई तत्पश्चात “दर्शन देख जीवां गुर तेरा,पूरण करम होये प्रभ मेरा……….

” एवं “गुरु ग्रंथ जी मानयो प्रगट गुरां की देह………..”शबद गायन कर संगत को गुरवाणी से जोड़ा.

गुरुद्वारा के मुख्यग्रंथी ज्ञानी जिवेंदर सिंह जी ने कथावाचन कर साध संगत को बताया कि श्री गुरुग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश सन 1604 में हरमंदिर साहिब,अमृतसर में हुआ था.इसका संपादन पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी ने किया था तथा बाबा बुढा जी को पहला ग्रन्थी बनाया गया.गुरु ग्रंथ साहिब जी की वाणी में मुल्तानी,हिंदी,पंजाबी,सिंधी,मराठी,गुजराती,व्रज,अरबी एवं फ़ारसी भाषाओं का समावेश है.ग्रंथ की महत्ता का बखान करते हुए उन्होंने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी ज्ञान एवं विज्ञान का अथाह सागर है.इसमें इंसान के विचरने से लेकर मोक्ष की प्राप्ति तक के सफर का संदेश समाहित है.श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी व सिख धर्म के सिद्धांत समूची मानवता के लिए मार्गदर्शन करते हैं.श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी से न केवल हमें जीने का मार्गदर्शन होता है बल्कि नैतिकता की भी जानकारी मिलती है.हमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के संदेश को मानवता के हित में जनमानस तक पहुंचाने की पहल करनी चाहिए.

छह पौड़ी अनंद साहिब जी के पाठ,अरदास,हुकुमनामा एवं कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ सुबह 10:00 बजे विशेष दीवान की समाप्ति हुई.इस अवसर पर सभा द्वारा मिष्ठान प्रसाद का वितरण भी किया गया.सत्संग सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह बेदी ने समूह साध संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी.गुरु घर के सेवक मनीष मिढ़ा ने मंच संचालन किया.

आज के विशेष दीवान में जयराम दास मिढ़ा,सुंदरदास मिढ़ा,अर्जुन दास मिढ़ा,जीवन मिढ़ा,द्वारकादास मुंजाल,चरणजीत मुंजाल,मोहनलाल अरोड़ा,नरेश पपनेजा,अशोक गेरा,दीवान चंद मिढ़ा,लक्ष्मण दास मिढ़ा,प्रेम सुखीजा,अशोक मुंजाल,गुलशन मिढ़ा,पवन खत्री,आशु मिढ़ा,नवीन मिड्ढा,महेंद्र अरोड़ा,रमेश पपनेजा,सुरेश मिढ़ा,विनोद सुखीजा,हरीश मिढ़ा,मोहन काठपाल,लक्ष्मण सरदाना,महेश सुखीजा,हरगोविंद सिंह,अजय धमीजा,हरजीत बेदी,रमेश तेहरी,हरजीत मक्कड़,नानक चंद अरोड़ा,अनूप गिरधर, राजेन्द्र मक्कड़,जसवंत चुचरा,कमल अरोड़ा, रमेश गिरधर समेत अन्य शामिल थे.

सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि 17 सितंबर, सोमवार को स्व0 मुखी मोहन लाल जी मिढ़ा की पुण्यतिथि के अवसर पर सुबह 8 बजे से 10 बजे तक विशेष दीवान सजाया जाएगा तथा गुरु का अटूट लंगर चलाया जाएगा.

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