लोहरदगा, झारखण्ड | दिसम्बर | 24, 2022 ::
कार्तिक उरांव कॉलेज गुमला के वनस्पति शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ प्रसेन्नजीत मुखर्जी समेत पांच लोगों को सरकार ने झारखंड राज्य जैव विविधता बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया है। इससे क्षेत्र में खुशी की लहर है।
वन पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग, झारखंड सरकार के संयुक्त सचिव राजू रंजन राय द्वारा जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है। नवगठित जैव विविधता बोर्ड राज्य में जैव विविधता के संरक्षण उसके अवयवों के पोषणीय उपयोग, जैव संसाधनों और ज्ञान के उपयोग से उद्भूत फायदों में उचित साम्यपूर्ण हिस्सा बांटने, उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों का उपबंध करने के लिए जैव विविधता अधिनियम 2002 की धारा-22 के अंतर्गत झारखण्ड जैव विविधता बोर्ड का गठन किया है।
अधिसूचना के आलोक में पांच गैर शासकीय सदस्यों का मनोनयन किया गया है। वर्तमान में इन गैर शासकीय सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षों के लिए निर्धारित रहने के कारण समाप्त हो चुका है।इस बाबत कुल पांच नए गैर शासकीय सदस्यों का मनोनयन किया गया है।
इसमें कार्तिक उरांव कालेज गुमला के वनस्पतिशास्त्र के विभागाध्यक्ष डा प्रसेन्नजीत मुखर्जी, विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के सेवानिवृत्त सहायक प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष प्रशांत कुमार मिश्रा, एनबीपीजीआर आईसीएआर पूर्वी क्षेत्र रांची के वैज्ञानिक सह कार्यालय प्रभारी डा शशि भूषण चौधरी, एएन कालेज दुमका के वनस्पति शास्त्र के एसोसिएट प्रोफेसर डा अमरनाथ सिंह,
सिद्धू-कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के वनस्पतिशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डा सुतानु लाल बोन्दिया शामिल हैं।
इन सदस्यों का कार्यकाल अधिसूचना निर्गत की तिथि से तीन वर्षों के लिए मान्य होगा। इन्हें राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित भत्तों का भुगतान किया जायेगा। यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू मानी जायेगी।
डॉक्टर मुखर्जी के जैव विविधता बोर्ड सदस्य मनोनीत होने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद सुदर्शन भगत, राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, पूर्व आईपीएस अधिकारी डॉ अरुण उरांव, निरंजन सिंह, पवन कुमार गौतम, ओमप्रकाश सिंह, मदन मोहन पांडेय, सच्चिदानंद लाल, वीके बालान्जिनप्पा डॉ टी साहू, प्रशासनिक अधिकारी अरविंद कुमार लाल, महेंद्र कुमार, बलदेव प्रसाद शर्मा, गीता मिश्रा, केओ कॉलेज के प्रिंसिपल समेत तमाम लोगों ने बधाई दी है।
फोटो – डॉ प्रसेन्नजीत मुखर्जी